नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) की तैयारी कर रहे उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी 17 वर्षीय अनिकेत कुमार ने पिछले हफ्ते खुदकुशी कर ली। अनिकेत ने शुक्रवार को राजस्थान के कोटा स्थित अपने पीजी के कमरे में फंदा लगाकर खुदकुशी कर लिया था। शनिवार को अनिकेत का एक सुसाइड नोट सामने आया है। इस नोट में छात्र ने एक लड़की पर परेशान करने का आरोप लगाया है। खुदकुशी से पहले युवक ने अपने सुसाइड नोट में लड़की का जिक्र करते हुए मानसिक तनाव में होने की बात लिखी है। वहीं, नोट में आई लव यू, मम्मी-पापा, भईया, छोटी और बड़ी वाली दीदी लिखा है। अनिकेत की मौत की सूचना मिलने पर शनिवार को उसके परिजन कोटा पहुंचे।
क्या है पूरा मामला?
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक अनिकेत पिछले तीन साल से कोटा में रह रहा था। वो इंद्र विहार में एक हॉस्टल में किराए से कमरा लेकर रह रहा था। शुक्रवार दोपहर उसके भाई ने उसे कॉल किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। कई बार फोन करने के बाद भी जब उसने फोन पिक नहीं किया तो भाई ने हॉस्टल की वार्डन को कमरे में जाने के लिए कहा। वॉर्डन ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद हॉस्टल में रहने वाले दूसरे छात्र की मदद से जानकारी ली तो अनिकेत अपने कमरे में फंदे पर लटका हुआ था। वार्डन ने अनिकेत के भाई और पुलिस को सूचना दी। गुरुवार रात को ही अनिकेत की घर पर बात हुई थी। तब उसने ऐसी कोई बात नहीं बताई, जिससे लगे कि वह परेशान है।
पुलिस का बयान
DSP अमर सिंह ने बताया कि मतृक छात्र ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। सुसाइड नोट में दो तरह की बातें सामने आई हैं। एक तो पढ़ाई का प्रेशर है, दूसरा ब्रेकअप वाला मामला है…। उसकी किसी से बातचीत होना बंद हो गई थी। उसी बात को लेकर वह तनाव में आ गया था। उसके बाद उसने खुदकुशी का यह कदम उठाया है। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है।
सुसाइड नोट में लिखा?
भास्कर के अनुसार, छात्र ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, ‘मैं मेंटली बहुत डिस्टर्ब था। एक लड़की ने बहुत परेशान किया। मैं सहन करने की क्षमता नहीं रखता। उसके बाद भी इस लड़की ने मेरी फीलिंग के साथ खिलवाड़ किया। मुझे इतना डिस्टर्ब कर दिया कि NEET का मेंटल प्रेशर और इसका प्रेशर सब हद से ज्यादा हो गया। अब सहन नहीं होता…।’
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो सप्ताह में आत्महत्या का यह चौथा मामला है। इससे पहले, इसी महीने 11 दिसंबर को तीन छात्रों ने आत्महत्या कर ली थी। इनमें से दो छात्र तो कोटा के तलवंडी इलाके के एक ही हॉस्टल के थे। जबकि तीसरा कुन्हाड़ी इलाके में रहता था। खुदकुशी करने वाले दो छात्र नीट की, जबकि एक छात्र आईआईटी की तैयारी कर रहा था।
पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।
इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।
हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.