राजस्थान (Rajasthan) के करौली (Karauli) में पिछले दिनों हिंदू नव वर्ष पर भड़की हिंसा के दौरान राज्य पुलिस के एक कांस्टेबल ने अपनी वीरता और सूझ-बूझ का प्रदर्शन करते हुए एक बच्चे के साथ आस-पास के जलते हुए घरों में मौजूद चार लोगों की जान बचाई थी। 31 वर्षीय राजस्थान पुलिस कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा (Constable Netresh Sharma) आग की लपटों के बीच एक बच्चे को लेकर भागते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिसकर्मी की तस्वीर वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग उन्हें सलाम कर रहे हैं।
करौली में शनिवार को हुए दंगों के दौरान इलाके के एक घर में आग लगा दी गई थी, जिसके अंदर फंसे चार साल का बच्चा, उसकी मां और दो अन्य महिलाएं मदद के लिए गुहार लगा रही थीं। मां की गोद में बच्चा था। उसे आग की लपटों से बचाने के लिए उसने उसे कपड़े में लपेट दिया था। कांस्टेबल नेत्रेश ने आग की लपटों से गिरी बच्चे को बचाने के लिए खुद की जान दांव पर लगा दी।
कांस्टेबल ने बताई पूरी कहानी
आग की लपटों के बीच फंसे मासूम को कांस्टेबल ने सुरक्षित जगह पहुंचाकर उसकी जिंदगी बचाई। यह तब हुआ जब नेत्रेश उस परिवार से मिले, जिसके घर को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। वह अंदर गए और बच्चे को अपने साथ लेकर बाहर निकल गए। इस दौरान आग की लपटों में फंसी तीन महिलाओं की भी उन्होंने मदद की और सुरक्षित रूप से बाहर निकलने में उनकी मदद की।
मीडिया से बात करते हुए शर्मा ने कहा कि मेरी आंखों के सामने चार जिंदगियां खत्म होने वाली थीं। अगर मेरी जान भी चली गई होती तो भी यह मेरा कर्तव्य था कि मैं उन्हें किसी भी कीमत पर बचाऊं। यह सोचने का समय नहीं था कि मेरे अपने जीवन का क्या होगा।
नेत्रेश ने कहा कि जब मैं घर पहुंचा तो तीनों महिलाएं और बच्चे की हालत बहुत खराब थी। मैंने बच्चे को गोद में लिया और महिलाओं से कहा कि आप मेरे पीछे आओ। मैं जलते हुए घर से उन सभी को करीब 20 मीटर दूर सुरक्षित लेकर आया और बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया।
सोशल मीडिया पर छाए
नेत्रेश शर्मा की जांबाजी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। कांस्टेबल की बहादुरी पर सीएम अशोक गहलोत ने भी शाबासी दी है। उन्होंने फोन कर कांस्टेबल का हौसला बढ़ाया। घटना के बाद गहलोत ने उच्चस्तरीय बैठक की और सामाजिक सौहार्द बिगड़ाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है।
सीएम गहलोत ने खुद फोन पर की बात
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि करौली में अपना कर्तव्य निभाते हुए 4 लोगों की जान बचाने वाले कांस्टेबल श्री नेत्रेश शर्मा से फोन पर बात कर उन्हें शाबासी दी। श्री नेत्रेश को हेड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नत करने का निर्णय किया है। अपनी जान की परवाह ना कर कर्तव्य निभाने वाले श्री नेत्रेश का कार्य प्रशंसनीय है। इसका वीडियो भी उन्होंने ट्विटर पर शेयर किया है, जिसमें वह सिपाही से बात कर रहे हैं।
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