राजस्थान के अलवर (Alwar of Rajasthan) में स्थित एक गांव में लड़कियों द्वारा ब्लैकमेलिंग रैकेट चलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, लड़कियां पीड़ितों को अपने चंगुल में फंसाकर पहले चैटिंग करती थीं, फिर न्यूड वीडियो कॉल कर पैसे के लिए ब्लैकमेलिंग करना शुरू कर देती थी। रिपोर्ट के मुताबिक, पैसे नहीं देने पर ये लड़कियां युवकों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर देती थीं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, दैनिक भास्कर के मुताबिक सितंबर 2022 में एक के बाद एक पुणे शहर में दो आत्महत्या का मामला सामने आया था। 28 सितंबर को 19 साल का एक बीकॉम सेकेंड ईयर स्टूडेंट ने आत्महत्या कर लिया। इसके अलावा पिपरी चिचवड में 34 साल के दूसरे युवक ने फंदे पर लटककर अपनी जान दे दी। पुलिस ने मामले की जांच की तो दोनों सुसाइड के तार राजस्थान के अलवर जिले में स्थित गोठड़ी गुरु गांव से जुड़े हुए निकले। रिपोर्ट के मुताबिक, इस गांव में पुरुष और महिलाएं दोनों सेक्सटॉर्शन का रैकेट चला रहे हैं।
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने पीड़ितों के साथ सोशल मीडिया के जरिए पहले जान-पहचान बढ़ाई फिर चैटिंग शुरू की। इसके बाद इन दोनों का पहले अश्लील वीडियो बनाया गया और इसके बाद इन्हें ब्लैकमेल किया गया। बदनामी का इतना डर दिखाया कि दोनों ने आत्महत्या कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मामले में पुणे के दत्तावाड़ा पुलिस ने 32 साल के अनवर खान को करीब दो महीने बार गिरफ्तार किया।
रैकेट में पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल
पुलिस ने जब आरोपी अनवर से पूछताछ की तो उसने कई खुलासे किए। उसने पुलिस से कहा कि गांव के कई पुरुष और महिलाएं सेक्सटॉर्शन रैकेट में शामिल हैं। इस मामले में जब दैनिक भास्कर ने पड़ताल की तो कई बड़े खुलासे हुए। अलवर के लक्ष्मणगढ़ से करीब 13 किलोमीटर दूरी पर गोठड़ी गुरु गांव है। इसी गांव में स्थित एक विशाल घर में आरोपी अनवर ऑफिस बना रखा है। यहां वो कॉल सेंटर चलाता है यानी सेक्सटॉर्शन का रैकेट..।
ऐसे होती है ब्लैकमेलिंग
गांव की महिलाओं ने बताया कि जिस दिन पुलिस आई उसके बाद से दो भाई फरार हो गए थे। लोगों ने बताया कि यहां कई युवक-युवतियां आते थे। अब पुलिस की रेड के बाद घर में महिलाओं के अलावा कोई नहीं मिला। गांव के लोगों ने बताया कि दो-तीन साल पहले यहां कुछ नहीं था। सभी सामान्य परिवार थे, लेकिन इसके बाद गांव में सबकुछ बदल गया। यहां अक्सर लड़कियां आती जाती थी। बाद में पता चला कि घर के ऊपर बने ऑफिस में सेक्सटॉर्शन के लिए लड़कियों को ट्रेनिंग दी जाती है। उन्हें सिखाया जाता है कि कैसे लड़कों को फंसाया जाए। इसके बाद जब न्यूड वीडियो बना लिया जाता है तो शुरू ब्लैकमेलिंग का काम होता है।
पहले चैटिंग, फिर न्यूड वीडियो कॉल और फिर धमकियां शुरू
पुणे की दत्तावाड़ा पुलिस ने भास्कर को बताया कि गोठड़ी के बदमाशों ने इंस्टाग्राम के जरिए पुणे के युवक को मैसेज किया। मैसेज से बातचीत होने लगी तो व्हाट्सएप नंबर मांग लिया। युवक ने नंबर दे दिया तो लड़की ने फोटो भेजने शुरू कर दिए। इसके बाद वीडियो कॉलिंग की तो उसका वीडियो बना लिया और इसके बाद ब्लैकमेल करने लगे। वीडियो शेयर करने की धमकी देकर युवक से 4,000 रुपए ले लिए। फिर दोबारा ब्लैकमेल करने लगे तो उसने खुदकुशी कर लिया।
पुणे पुलिस ने बताया कि ठगी करने वाले मोबाइल नंबर दूसरे राज्य का रखते हैं। दूसरे की ID से नंबर लेते हैं। ID भी फर्जी होती है। उसी आधार पर फर्जी बैंक अकाउंट खुलवा लेते हैं। फिर ऑनलाइन ही पैसे ट्रांजैक्शन कर लेते हैं। इस कारण पुलिस को साइबर ठगों को पकड़ने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। सेक्सटॉर्शन में फंसाने वाले पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप, फेसबुक या इंस्टाग्राम पर दोस्ती करते हैं। और, खुद को लड़की बताते हैं।
इसके बाद बातों के जाल में फंसा व्हाट्सएप नंबर लेकर अश्लील चैटिंग शुरू कर देते हैं और जाल में फंसाने का प्लान तैयार करते हैं। लड़की बताकर पहले खुद के तस्वीर और वीडियो भेजते हैं और फिर शुरू करते हैं वीडियो कॉल कर फंसाने का काम। एक बार वीडियो कॉल होते ही न्यूड वीडियो बना लेते हैं और ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते हैं।
लड़कियां वॉटसऐप पर भेजती हैं मैसेज
इस सेक्सटॉर्शन गैंग में लड़कियां भी काफी रहती है। वे फेसबुक पर फर्जी आईडी बना फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती है। इसके बाद व्हाट्सएप नंबर लेकर मोबाइल पर बात करने लगती है। यहां व्हाट्सएप के जरिए वे युवक को अपने जाल में फंसाते हैं और वीडियो कॉल कर अश्लील वीडियो बना लिया जाता है। यह गांव सेक्सटॉर्शन के लिए काफी बदनाम है। यहां पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित अनेक राज्यों की पुलिस मेवात से लगने वाले लक्ष्मणगढ़, गोविंदगढ़, तिजारा, रामगढ़ के आसपास के गांवों में जांच करने आ चुकी है। करीब 30 से अधिक युवाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि अभी तक 193 गैंग को पुलिस ने पकड़ चुकी है। इसमें करीब 250 से अधिक बदमाश पुलिस की गिरफ्त में आए हैं।
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