बिहार पकड़वा या पकड़ौआ विवाह (Pakadwa Wedding) के लिए चर्चित रहा है। पकडौआ विवाह यानी वह विवाह जिसमें शादी योग्य लड़के का अपहरण करके उसकी जबरन शादी करवाई जाती है। बताया जाता है कि 80 के दशक में उत्तर बिहार में खासतौर पर बेगूसराय में पकड़ौआ विवाह के मामले खूब सामने आए थे। इसके बाद यह राज्य के अन्य जिलों में भी देखने को मिलने लगा था।
हालांकि, यह प्रथा पिछले कुछ वर्षों में काफी कम हुई है। लेकिन, हम विनोद कुमार के सबसे हालिया मामले को कैसे भूल सकते हैं, जिसका वीडियो दिसंबर 2017 में सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। 29 वर्षीय विनोद को अपनी शादी के दौरान रोते हुए घसीटकर “मंडप” में लाया गया था। बोकारो स्टील प्लांट के तत्कालीन ज्यूनियर मैनेजर को एक सूट और पारंपरिक शादी की टोपी में देखा गया था, जिसे शादी की रस्मों के लिए बैठने के लिए मजबूर किया जा रहा था। वह दुल्हन के परिवार से घिरा हुआ था।
करीब डेढ़ साल बाद पटना की एक फैमिली कोर्ट ने बंदूक की नोक पर की गई शादी को रद्द कर दिया। वीडियो में आप दुल्हन के परिवार को विनोद से कहते सुन सकते हैं, “चुप रहो, हम सिर्फ तुमसे शादी कर रहे हैं, तुम्हें फांसी नहीं दे रहे हैं।” कुमार ने जबरन शादी से बाहर निकलने के लिए दो मुकदमे दायर किए थे। उन्होंने शादी को शून्य घोषित करने और आपराधिक मामला दर्ज करवाया था।
शादी को रद्द करने का कोर्ट का आदेश मई 2019 में आया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप से विनोद को कुछ मदद मिली। जिन्होंने वीडियो देखा वह विनोद के आरोपों को सच पाया। हालांकि, जिस इलाके में उनकी शादी हुई थी, वहां की स्थानीय पुलिस ने कथित तौर पर घटना को दबाने की कोशिश की थी।
बाद में NDTV को दिए एक इंटरव्यू में विनोद ने कहा था कि उनकी शादी का वीडियो एक हिंदी फिल्म से प्रेरित थी, जो जल्द ही रिलीज होने वाली थी। कुमार ने कहा कि महिला के भाई सुरेंद्र यादव ने मुझे पीटा और उसकी बहन से शादी नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी।
उन्होंने आगे कहा कि ससुरालवाले मुझे घसीटकर मंडप तक ले गए, और मेरे सिर पर बंदूक तान दी। मैं उस समय बहुत असहाय महसूस कर रहा था। मैं कुछ नहीं कर सकता था। मैं रोता रहा लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा। दूल्हे के मुताबिक, यह ऑपरेशन सुनियोजित था।
जब वह पटना में एक दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए घर से निकला, तभी एक परिचित ने उसे छोड़ने की पेशकश की, लेकिन उसे यह कहते हुए घर ले गया कि वह कुछ लेना चाहता है। घर में शादी के लिए सब कुछ तैयार था। विनोद को कथित तौर पर बंदूक की नोक पर धमकाया गया। इसके बाद एक कमरे में उसे बंद कर दिया गया और पीटा गया।
कुमार, जो अब कानूनी रूप से स्वतंत्र व्यक्ति हैं, ने कहा कि भले ही दुल्हन के परिवार द्वारा अदालत के आदेश को चुनौती देने का कोई मौका ही नहीं था, लेकिन मैं आखिरी तक लड़ने के लिए दृढ़ हूं। शख्स ने कहा कि कोर्ट का आदेश राहत की बात है, लेकिन वे लोग अब भी खुलेआम घूम रहे हैं और मुझे धमका रहे हैं।
Patna Court Annuls Marriage-At-Gunpoint of Engineer; Boy Claims to Receive Threats Even After Order
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