NEET-UG Result 2022: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA ने अंडरग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (NEET-UG) 2022 का रिजल्ट जारी कर दिया है। राजस्थान की छात्रा तनिष्का इस साल नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (अंडरग्रेजुएट) यानी NEET-UG में टॉपर बनकर उभरी हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, टॉपर तनिष्का ने मेडिकल प्रवेश के लिए हुए एंट्रेंस एग्जाम में 720 में से 715 अंक हासिल किया है। कुल पास हुए 9.93 लाख अभ्यिर्थियों में राजस्थान की तनिष्का ने शीर्ष स्थान हासिल किया है।
वहीं, दिल्ली के वत्स आशीष बत्रा और कर्नाटक के ऋषिकेश नागभूषण को क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान मिला है। तनिष्का ने कोटा में स्थित एलन करियर इंस्टीट्यूट में परीक्षा की तैयारी की। उन्होंने अपनी सफलता के लिए अपने माता-पिता, शिक्षकों, कोचिंग संस्थान और स्कूल को श्रेय दिया। कर्नाटक की ही रुचा पवाशे ने चौथा स्थान हासिल किया।
क्यों चर्चा में हैं प्रदीप कुमार सिंह?
नीट परीक्षा पास करने वाले छात्रों में से ही एक छात्र हैं, गुजरात के प्रदीप कुमार सिंह (Pradeep Kumar Singh), जिन्हें सोशल मीडिया पर लोग सलाम कर रहे हैं। दरअसल, प्रदीप की चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि उन्होंने ये मुकाम 52 की उम्र में हासिल किया है। लगभग तीन दशक पहले पढ़ाई छोड़ने वाले कारोबारी प्रदीप सिंह बोदकदेव, अहमदाबाद के रहने वाले हैं।
गरीब छात्रों के लिए शुरू की पढ़ाई
प्रदीप सिंह को 720 में 607 अंक मिले हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सिंह किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेना नहीं चाहते हैं, बल्कि नीट पास करने के पीछे उनका बरसों पुराना एक सपना है। उन्होंने TOI को बताया कि 52 साल की उम्र में मैंने 98.98 परसेंटाइल हासिल किया है। मेडिकल कॉलेज ज्वाइन करने की मेरी कोई मंशा नहीं है। मैं गरीब छात्रों के लिए नीट की फ्री कोचिंग शुरू करना चाहता हूं।
सिंह ने बताया कि अभी वे अपने घर पर कुछ ऐसे छात्रों को पढ़ा रहे हैं, जिनके माता-पिता मनरेगा में मजदूरी करते हैं। इसी दौरान सिंह को लगा कि जब उन्होंने खुद परीक्षा नहीं दी है तब वो दूसरों को कैसे पढ़ा सकते हैं? इसी के बाद सिंह नीट की तैयारी में लग गए और आखिरकार 2022 में परीक्षा पास कर ली। सिंह ने कहा कि अब मैं उन छात्रों में आत्मविश्वास जगा सकता हूं जो मुझ से पढ़ने आते हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने किया ग्रेजुएशन
प्रदीप सिंह ने 1987 में साइंस से 12वीं की परीक्षा पास की थी और 71% अंक प्राप्त किए थे। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से एमबीए का कोर्स पूरा किया। सिंह ने पहले कई बिजनेस जर्नल्स के लिए काम किया और इसके बाद बिजनेस टू बिजनेस प्लेटफॉर्म के लिए काम करने लगे।
परीक्षा में 17.64 लाख से ज्यादा छात्र हुए थे शामिल
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 17.64 लाख से ज्यादा छात्र शामिल हुए थे। सबसे ज्यादा 1.17 लाख अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश से पास हुए हैं जबकि महाराष्ट्र से 1.13 लाख और राजस्थान से 82,548 अभ्यर्थी पास हुए हैं। भारत के 497 शहरों और देश से बाहर 14 शहरों में 3,570 सेंटरों पर 17 जुलाई को आयोजित प्रवेश परीक्षा में करीब 95 फीसदी उपस्थिति रही थी।
परीक्षा 13 भाषाओं… असमी, बांग्ला, अंग्रेजी, गुजराती, हिन्दी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू और उर्दू में ली गई थी। नीट-यूजी परीक्षा का आयोजन पहली बार अबू धाबी, बैंकाक, कोलंबो, दोहा, काठमांडू, कुआलालंपुर, लागोस, मनामा, मस्कट, रियाद, सारजाह, सिंगापुर और दुबई तथा कुवैत शहर में किया गया।
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