भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 498-A आज के सबसे दुर्व्यवहार और दुरुपयोग किए जाने वाले कानूनों में से एक है, जिसे महिलाओं की सुरक्षा के लिए वर्ष 1983 में बनाया गया था। यह कानून आज भी कायम है। इसके जरिए एक महिला अपने पति और उसके परिवार के हर एक सदस्य के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज करा सकती है, जिसके बाद बूढ़े माता-पिता, यहां तक कि विवाहित बहनों और उनके पतियों के साथ पुरुष को बिना किसी आरोप के अदालतों के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
हम आपको एक ऐसे ही मामले के बारे में बता रहे हैं कि कैसे इस कानून का दुरुपयोग पूरे आत्मविश्वास के साथ किया जा रहा है, जहां पुलिसकर्मी ही महिलाओं को उनके पतियों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने के लिए मार्गदर्शन और सहायता कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
पिछले सप्ताह शुक्रवार को एक महिला को उसके अलग रह रहे पति ने उस समय रंगे हाथों पकड़ लिया, जब वह एक पुलिस कांस्टेबल के साथ एक कैफे में कॉफी की चुस्कियां ले रही थी। महिला ने अपने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराई है और पिछले 3 साल से अलग रह रही है। दैनिक भास्कर के मुताबिक, पति ने आरोप लगाया है कि पत्नी ने उसके खिलाफ जिस थाने में दहेज प्रताड़ना की रिपोर्ट दर्ज कराई है, उसी थाने के तीन कांस्टेबलों के साथ उसके अवैध संबंध हैं। पति का आरोप है कि इन पुलिसकर्मियों पर दबाव बनाकर वह मुझे लगातार परेशान कर रही है। यह मामला बाड़मेर के बालोतरा थाने का है। 2019 में पति के खिलाफ पत्नी ने दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया था।
सिर्फ 4 साल साथ रहे कपल
बालोतरा निवासी 34 वर्षीय जगतपाल की शादी साल 2015 में इसी शहर की एक महिला से हुई थी। पत्नी बालोतरा शहर की ही रहने वाली है। पति मुलजी की ढाणी में लेक्चरर के पद पर कार्यरत है, जबकि पत्नी के पास B.Ed का डिग्री है। शुरुआती चार साल तक दोनों के बीच सब कुछ ठीक रहा। हालांकि, 2019 में पत्नी ने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा और भरण-पोषण का मामला दर्ज करा दी। तब से दोनों अलग रह रहे हैं। बालोतरा थाने में पत्नी ने दहेज प्रताड़ना एवं मारपीट के कुल 7 मामले दर्ज करवाई है। भरण-पोषण के मामले में बालोतरा कोर्ट ने मई 2022 में पति को 7,000 रुपये प्रति माह का भुगतान करने का आदेश दिया था।
पति ने पत्नी को रंगेहाथ पकड़ा
शुक्रवार को अलग रह रही पत्नी का पीछा करते हुए पति कैफे पहुंचा, जहां उसने संदीप चौधरी नाम के एक सिपाही के साथ उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। जगतपाल ने संदीप का मोबाइल छीना तो उसके पास से अलग रह रही पत्नी और कांस्टेबल के बीच कई चैट बरामद हुई। वॉट्सऐप चैट में कांस्टेबल महिला की मदद करने की बात कर रहा है।
पति ने SP से लगाई न्याय की गुहार
इसके बाद पति ने SP दीपक भार्गव से संपर्क किया और उन्हें अपने कांस्टेबलों की संलिप्तता के बारे में बताया। जगतपाल ने आरोप लगाया कि उसकी अलग हुई पत्नी का उसी पुलिस स्टेशन के तीन कांस्टेबलों संदीप, नंदू और दुर्गाराम के साथ अवैध संबंध है, जहां उसने दहेज उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पति ने आगे आरोप लगाया कि इन कांस्टेबलों के साथ उसकी पत्नी द्वारा उसे लगातार परेशान किया जा रहा था। एसपी भार्गव ने सिपाही संदीप को तलब कर उसके और अन्य कांस्टेबलों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पत्नी ने बनाई हमले की योजना
रंगेहाथ पकड़े जाने के बाद पत्नी ने पति पर शारीरिक हमले की योजना भी बनाई, जबकि कांस्टेबल संदीप शुक्रवार से अपना फोन स्विच ऑफ कर फरार है। उसका कोई अता-पता भी नहीं है। पति ने संदीप के साथ-साथ दो अन्य पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाते हुए बोला कि नंदू तथा दुर्गाराम नाम के कांस्टेबल भी इस मामले में साथ हैं। संयोग से, कुछ महीने पहले एक स्पा जबरन वसूली मामले में पकड़े जाने के बाद दुर्गाराम पहले से ही निलंबित है।
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