रांची पुलिस ने एक पूर्व IAS अधिकारी के घर पर घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली एक 29 वर्षीय महिला को छुड़ाया है, जिसके परिवार ने उसे कथित रूप से कई महीनों तक प्रताड़ित किया था। महिला का फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है और पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
पीड़िता की पहचान सुनीता के रूप में हुई है, जिसने पूर्व IAS अधिकारी की पत्नी और बीजेपी नेत्री सीमा पात्रा (Seema Patra) पर लोहे की रॉड से दांत तोड़ने का आरोप लगाया है। उसने कहा कि महिला ने उसे गर्म बर्तनों से जला दिया और नियमित रूप से उसकी पिटाई की। सीमा पात्रा को बीजेपी ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। सीमा पात्रा BJP की महिला विंग की राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य थीं। इसके साथ-साथ वो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की राज्य संयोजक भी थीं।
क्या है पूरा मामला?
बीजेपी की महिला नेता और पूर्व आईएएस अधिकारी महेश्वर पात्रा की पत्नी सीमा पात्रा ने क्रूरता की सभी हदें पार कर दी। उन पर उनकी नौकरानी ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। नौकरानी सुनीता ने बताया कि सीमा पात्रा ने उन्हें कई दिनों तक भूखा-प्यासा कमरे में बंद रखा। इतना ही नहीं लोहे की रॉड मारकर उसके दांत तक तोड़ दिए। इतने से भी उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने गर्म तवे से नौकरानी के शरीर के कई हिस्सों में दाग दिया, जिसके निशान अभी भी उसके शरीर पर हैं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नौकरानी को झारखंड पुलिस ने 22 अगस्त को रांची के अशोकनगर स्थित आवास से मुक्त कराया। इसके बाद उसे रिम्स में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि जब उसे यहां लाया गया था, तब वह बहुत कमजोर थी।
हालांकि, धीरे-धीरे उसकी स्थिति में सुधार हो रहा है। डॉक्टरों ने हिंदुस्तान को बताया कि महिला की हालत नाजुक है और उसे वापस सामान्य होने में कुछ दिन लगेंगे। पुलिस ने कहा कि वे इलाज के बाद उसका बयान दर्ज करेंगे।
बेटे ने बचाई जान
नौकरानी सुनीता ने बताया अगर आज वह जिंदा है तो मैडम के बेटे आयुष्मान की वजह से। उसने बताया कि आयुष्मान उसे हर बार मारपीट से बचाता था। सुनीता ने कहा कि खाना न दिए जाने के कारण वह काफी कमजोर हो गई थी, यहां तक कि उससे खड़ा तक नहीं हुआ जाता था। इसके बावजूद सीमा पात्रा उससे घर के काम करवाती थी। काम न करने पर बुरी तरह मारपीट करती थी। इस मामले में पुलिस ने अमर उजाला को बताया कि नौकरानी सुनीता के ठीक होने के बाद उसे अदालत के सामने पेश किया जाएगा। बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
नौकरानी को ऐसे कराया गया मुक्त
आदिवासी समुदाय से आने वाली सुनीता गुमला के एक गांव की रहने वाली है। करीब 10 साल पहले वो रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा और बीजेपी नेत्री सीमा पात्रा के घर नौकरानी के तौर पर काम करने के लिए लाई गई थी। बाद में वो दिल्ली में रहने वाली उनकी बेटी वत्सला पात्रा के साथ भेज दी गई। दिल्ली से उनके तबादले के बाद सुनीता वापस रांची सीमा पात्रा के घर आई। यहां काम करते हुए उसे हमेशा प्रताड़ित किया जाता रहा। उसने घर जाने की इजाजत मांगी तो पिटाई करते हुए उसे कमरे में बंद कर दिया गया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बात-बात पर उसकी बेरहमी से पिटाई आम हो गई थी। दर्जनों बार उसे गरम तवे से दागा गया। सुनीता पर हो रहे अत्याचार की जानकारी कार्मिक विभाग के अधिकारी विवेक बास्की को किसी तरह मिली तो उन्होंने डीसी राहुल कुमार सिन्हा के पास इसकी शिकायत की। इसके बाद मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सुनीता को मुक्त कराया गया। विवेक बास्की की शिकायत पर ही रांची के अरगोड़ा थाने में IPC की धारा 323, 325, 346, 374 और SC-ST एक्ट 1989 के धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है। अरगोड़ा थाना प्रभारी ने कहा कि सुनीता की स्थिति सुधरने पर धारा 164 के तहत अदालत में उसका बयान दर्ज कराया जाएगा।
झारखंड पुलिस ने बुधवार को निलंबित भाजपा नेता सीमा पात्रा को गिरफ्तार कर लिया हैं।
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