मुंबई में दादर पुलिस (Dadar Police) ने एक प्रमुख वित्तीय कंपनी मोतीवाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MOFSL) के 8 वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ 37 वर्षीय एक महिला कर्मचारी के शील भंग के आरोप में FIR दर्ज की है। 37 वर्षीय महिला सहकर्मी ने कथित तौर पर शील भंग करने के आरोप में FIR दर्ज कराई है। महिला के खिलाफ कथित तौर पर पुरुष सहकर्मियों को यौन रूप से असहज बनाने के लिए निलंबन की प्रक्रिया चल रही है।
क्या है पूरा मामला?
दादर पुलिस स्टेशन ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 509 के तहत कंपनी के सीनियर मैनेजर से लेकर बोर्ड सदस्य और वरिष्ठ ग्रुप उपाध्यक्ष – सुधीर धर, गौरव मनियार, रोहित सिंह, अंकित जोबनपुत्र, विजय अग्रवाल, रोहन अदावले, प्रिंस शर्मा और सूरज पवार के खिलाफ FIR दर्ज की है।
अदालत जाएगी कंपनी
MOFSL ने महिला के आरोपों को खारिज कर दिया है। कंपनी ने कहा है कि वह FIR को रद्द करने के लिए एक उपयुक्त अदालत का रुख करेगी, जबकि दादर पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, जिसमें अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पुलिस से संपर्क करने के बाद निलंबन को बढ़ा दिया गया
डिजिटल मार्केटिंग असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट के रूप में काम करने वाली महिला को अपने पुरुष सहयोगियों को यौन रूप से असहज करने के कथित आधार पर 6 मई को दो सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद उसकी ओर से पुलिस से संपर्क करने के बाद, निलंबन को बढ़ा दिया गया।
FIR में नामित वरिष्ठ व्यक्तियों में से एक, मनियार ने कथित तौर पर महिला के कपड़ों और ड्रेसिंग स्टाइल पर कुछ स्पष्ट टिप्पणी की थी, जिसने कार्यालय में अन्य पुरुषों को यौन रूप से असहज बना दिया। उन्होंने महिला से यह जानने की इच्छा जताई कि वह किस गुजराती जाति से संबंधित है? इसके साथ ही अधिकारी ने महिला से कहा कि या तो वह इस्तीफा दें या कंपनी उन्हें बर्खास्त कर देगी।
महिला का बयान
महिला ने कहा कि कंपनी एक ऐसी आंतरिक जांच कर रही है, जिसके लिए उसे बुलाया या संपर्क नहीं किया गया था। उसने कहा कि लेकिन कंपनी ने यह कहकर काउंटर किया कि वह स्वतंत्र समिति की बैठक में शामिल नहीं हुई और उनके जवाब का इंतजार की जा रही है।
मिड-डे से बात करते हुए महिला शिकायतकर्ता ने कहा कि निलंबन के बाद MOFSL ने मुझसे संपर्क नहीं किया या उनकी तथाकथित आंतरिक जांच में सहायता करने के लिए नहीं कहा। क्योंकि मेरा निलंबन अवैध है। मुझे पुलिस और मीडिया से संपर्क करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
महिला ने आगे कहा कि यह जानने के बाद कि मैंने उनकी मनमानी से निपटने के लिए कानूनी रास्ता अपनाया है। कंपनी ने मेरे निलंबन को और बढ़ा दिया। एचआर विभाग के लोग, जिन्होंने इस मामले में मुझसे बात तक नहीं की या मुझे पत्र नहीं भेजे, मेरे इस्तीफे पर जोर दे रहे हैं।
MOFSL ने कथित तौर पर सांसद से किया संपर्क
महिला शिकायत में आरोप लगाया गया है कि MOFSL वांछित शर्तों पर बातचीत करने के लिए एक सांसद के पास पहुंचा। उसने कहा कि उसके पास अपने बयान का समर्थन करने के लिए कॉल लॉग हैं। उसने दावा किया कि MOFSL के संस्थापक, चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मोतीलाल ओसवाल ने खुद इस सांसद को फोन किया था।
उसने आगे कहा कि ये सभी लोग, जिनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है, अभी भी कंपनी के पेरोल पर बने हुए हैं। लेकिन मैं अभी भी जबरन अवैध रूप से विस्तारित निलंबन पर हूं, भले ही तथाकथित बनावटी शिकायतें साबित नहीं हुई हैं। जो लोग मेरे साथ बैठते थे और मेरे साथ अपनी सेक्स लाइफ, बेडरूम की बातें, ब्रह्मचर्य आदि साझा करते थे, उन्होंने यौन परेशानी का दावा करते हुए मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
कंपनी का बयान
MOFSL के आधिकारिक प्रवक्ता ने कंपनी के साथ मुश्किल से एक महीने तक काम करने वाली महिला के सभी निराधार आरोपों का सीधे तौर पर खंडन किया। प्रवक्ता ने आईएएनएस से कहा कि MOFSL एक सक्षम अदालत के समक्ष एक आवेदन भी दाखिल कर रही है। महिला शिकायतकर्ता पर आरोप लगाते हुए MOFSL ने कहा है कि उनका संगठन में व्यवहार सही नहीं रहा है उन्होंने अपने सहकर्मियों को बहुत असहज महसूस कराया है।
कंपनी ने कहा कि उन्होंने उनके निलंबन से पहले न तो शिकायत की थी और न ही इन आरोपों को संगठन के संज्ञान में लाया था। ये उसके बाद के विचार हैं। वह उन लोगों को परेशान करने की कोशिश कर रही हैं, जिन्होंने उनके खिलाफ शिकायत की थी। वह हमारे संगठन की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहीं हैं।
MOFSL ने कहा कि कंपनी में कई महिलाओं के साथ लगभग 10,000 कर्मचारी हैं, सभी कर्मचारियों के लिए एक सख्त नियम हैं और ऐसी सभी शिकायतों के लिए एक स्वतंत्र सदस्य वाली एक समिति के साथ एक सख्त नीति है।
अभी तक नहीं हुई कोई गिरफ्तारी
MOFSL 35 से अधिक वर्षों से एक वित्तीय सेवा प्रमुख है, जो दक्षिण मध्य मुंबई में प्रभादेवी में मुख्यालय के साथ वित्तीय और निवेश से संबंधित सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करती है। दादर थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारी जांच (एफआईआर से संबंधित) चल रही है। अभी तक (26 मई तक) मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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