ज्यादातर घरों में पति-पत्नी के बीच लड़ाई-झगड़ा होना आम बात है। लेकिन, कपल ऐसे मामलों को सॉरी बोलकर खुद हल कर लेते हैं। हालांकि, उत्तर प्रदेश से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक शख्स ने अपनी पत्नी से लगातार हो रहे झगड़ों से बचने के लिए करीब एक महीने तक एक ताड़ के पेड़ को अपना घर बना लिया था। जी हां, उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के राम प्रवेश झगड़ालू पत्नी से बचने के लिए लगभग एक महीने से अपने गांव में स्थित एक ताड़ के पेड़ के ऊपर रह रहे थे। पुलिस और प्रशासन को उसे उतारने के लिए 3 दिन तक मशक्कत करनी पड़ी। अंतत: 28 अगस्त को उसे पेड़ से उतार लिया गया। राम प्रवेश के नीचे उतरते ही पुलिस ने हिरासत में लेते हुए मेडिकल के लिए भेज दिया।
क्या है पूरा मामला?
हिंदुस्तान के मुताबिक, बसारथपुर के दलित बस्ती निवासी 42 वर्षीय रामप्रवेश ताड़ी निकालने का काम करता था। सीजन खत्म होने पर मेहनत मजदूरी करते हुए तीन बच्चों और परिवार का पालन करने लगा। ग्रामीणों का कहना है कि उसके मन में पत्नी का डर बैठ गया कि वह उसे पीटेगी। एक महीने पहले पत्नी से झगड़ा होने पर वह वह ताड़ के पेड़ पर रहने लगा था।
उनके पिता विष्णुराम ने दावा किया कि रामप्रवेश की पत्नी के साथ झगड़े के बाद पेड़ उनके बेटे का अंतिम उपाय था। कथित तौर पर प्रवेश की पत्नी उसे रोज मारती है। इसलिए अपनी की पिटाई से परेशान उन्होंने पेड़ के ऊपर रहने का फैसला किया।
रामप्रवेश ने पेड़ से एक रस्सी बांध रखी थी और परिवार वाले उसी रस्सी से बांधकर उसको खाना-पानी देते थे। इतना ही नहीं वह पेड़ पर ही सोता था। यदि कोई उसे समझाने या फिर उतारने की कोशिश करता था, तो वह पेड़ पर रखे ईंट-पत्थरों से हमला कर देता था।
जानकारी के मुताबिक, रामप्रवेश पत्नी के डर से 32 दिनों से ताड़ के पेड़ पर ही रह रहा था। जिसके बाद उसे मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में ताड़ के पेड़ से रेस्क्यू किया गया। जब रेस्क्यू टीम शख्स को नीचे उतारने का प्रयास कर रही थी, उसी वक्त व्यक्ति 100 फीट की ऊंचाई से नीचे सीधे मछली की जाल पर गिरा।
पेड़ को अपना निवास स्थान बनाने के प्रवेश के फैसले से बारासथपुर के ग्रामीणों, खासकर महिलाओं में नाराजगी थी। पिता विशूनराम का आरोप है कि उनकी बहू और उसके बेटे का आए दिन झगड़ा होता रहता है और बहू अक्सर उसके बेटे के साथ मारपीट करती है। हालांकि, टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के मुताबिक, शख्स के पिता के दावे के विपरीत, दीपक नाम के ग्राम प्रधान ने कहा कि दरार वास्तव में पिता और बेटे के बीच थी।
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