उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक पति की पत्नी द्वारा बेरहमी से हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार से मिली पेंशन की रकम के बंटवारे को लेकर पति-पत्नी के बीच ऐसा झगड़ा हुआ कि वह मौत पर जाकर रुका। इस झगड़े से नाराज पत्नी ने घर में रखी कुल्हाड़ी उठाकर अपने ही पति पर हमला बोल दिया। पेंशन के पैसों के लिए कुल्हाड़ी से लगातार कई वार कर महिला ने अपनी पति की जान ले ली। इसके बाद महिला ने खुद कीटनाशक जहर पी ली। जिसके बाद लोगों ने गंभीर हालत में पत्नी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला अंबेडकर नगर के इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के कटरिया गांव का है। महिला ने टीचर के पद से रिटायर अपने पति की पेंशन राशि लेने की जिद में पति की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी। इसके बाद उसने खुद जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। पत्नी द्वारा मौत के घाट उतारे गए रिटायर टीचर रामपादरथ वर्मा 78 साल के थे। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने टीचर के शव को पोस्टमार्टम के लिए एवं जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश करने वाली उसकी पत्नी को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया।
बताया जा रहा है कि टीचर रामपादरथ वर्मा प्राथमिक विद्यालय फतेहपुर से 2008 में रिटायर हुए थे। शुक्रवार की सुबह वह अपनी पत्नी शांति देवी के साथ पेंशन लेने बैंक पहुंचे थे। इस दौरान पत्नी ने पेंशन के पूरे पैसे लेने की जिद की। हालांकि, रामपादरथ वर्मा ने पूरा पेंशन देने से इनकार कर दिया और कहा कि वह जरूरत की राशि ही देंगे। पति के इस बात पर पत्नी भड़क गई।
काफी देर तक दोनों के बीच विवाद होता रहा। आरोप है कि पिछले सप्ताह शुक्रवार (2 सितंबर) की रात करीब 11 बजे खाना खाकर सो रहे रामपादरथ वर्मा की पत्नी ने कुल्हाड़ी से गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने खुद जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अकबरपुर भेज दिया।
वहीं, पत्नी को हिरासत में लेकर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इब्राहिमपुर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी तक परिवार वालों की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल पुलिस कार्रवाई कर रही है।
पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।
इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।
हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.