राजस्थान के जोधपुर (Jodhpur) से ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है। दरअसल, कुछ लोगों ने फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार कर अपनी बेटी के ससुराल वालों की करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी हड़पने के लिए पति और ससुराल वालों के खिलाफ 420 का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो मामला फर्जी पाया गया। इसके साथ ही पेश किए गए डॉक्यूमेंट नकली और फर्जी पाए गए। इसके बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल, मामले में आगे की जांच की जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
ABP न्यूज के मुताबिक, जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के महामंदिर पुलिस थाना अधिकारी हरीश सोलंकी ने बताया कि राधेश्याम मूंदड़ा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके साथ ठगी हुई है। उसने बताया था कि मैने अपने बेटे राधेश्याम की शादी 19 नवंबर 2021 को धूमधाम से की थी। हालांकि, शादी के कुछ दिनों बाद ही पति-पत्नी के बीच झगड़ा शुरू हो गया। इसके बाद पत्नी अपने मायके चली गई। मायके पहुंचकर उसने ससुरालवालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करवा दी।
इतना ही नहीं, उसने ससुराल की करोड़ों की प्रॉपर्टी हड़पने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाकर पांच मंजिला मॉल पर मालिकाना हक बताते हुए पति और ससुराल वालों के खिलाफ एक और मामला दर्ज करवाया। अधिकारी ने बताया की सोजती गेट पर स्थित पांच मंजिला मॉल पायल गारमेंट और 350 ग्राम सोना देने का फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार किए गए। उसकी शिकायत पर IPC की धारा 420, 406 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू किया गया।
फर्जी निकला पत्नी का दावा
पुलिस ने जब जांच पड़ताल शुरू की तो पत्नी का दावा फर्जी पाया गया। उसने फर्जी दस्तावेज बनवाकर उपरोक्त दावा की थी। जब पत्नी के घरवालों को इसका पता चला तो राजस्थान हाईकोर्ट में पहुंचकर गिरफ्तारी पर रोक लगवा ली। इसके बाद पुलिस ने हाई कोर्ट में पैरवी कर गिरफ्तारी से स्टे हटवाया। फिर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कीं।
तीन गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपी रातानाडा बाजार रातानाडा निवासी पुरुषोत्तम राठी पुत्र रामविलास, रामविलास पुत्र मोहनलाल और लक्ष्मी पत्नी रामविलास को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले के जांच अधिकारी कैलाश पंचारिया ने कहा कि अभी मामले की जांच जारी है और आगे जो भी नया एंगल सामने आएगा उसके बारे में मीडिया को जानकारी दी जाएगी।
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