महाराष्ट्र के जालना (Jalna) जिले में एक वकील के अपने घर पर मृत पाए जाने के कुछ दिनों बाद पुलिस ने बुधवार 7 सितंबर को उसकी 21 वर्षीय पत्नी और उसके पुरुष साथी को उसकी कथित तौर पर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को यह जानकारी दी।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 21 वर्षीय मनीषा लोखंडे और जिले के बदनापुर तहसील निवासी 23 वर्षीय गणेश मिट्टू अगलावे के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि वकील किरण लोखंडे का जला हुआ शव 1 सितंबर को अंबाद रोड स्थित उनके आवास से मिला था।
पुलिस के अनुसार, लोखंडे का शव मिलने के बाद मनीषा ने फर्जी कहानी बनाकर जांचकर्ताओं को बताया कि रसोई में गैस के रिसाव के कारण आग लग गई थी। जब उसका पति रसोई गैस सिलेंडर बंद करने की कोशिश कर रहा था, तो जलकर उसकी मौत हो गई। पुलिस ने तब आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया था।
ऐसे हुआ हत्याकांड का खुलासा
हालांकि, वकीलों के संगठन जालना वकील एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रांत देशमुख से मुलाकात की और मौत की गहन जांच की मांग की। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने जांच शुरू की और शहर के बाहर मृतक की एक मोटरसाइकिल मिली।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और आरोपी के कॉल रिकॉर्ड की जांच की। इसके बाद पुलिस ने पाया कि मनीषा अपने दोस्त गणेश के संपर्क में लगातार रहती थी। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह कोई दुर्घटना नहीं थी।
3 महीना पहले हुई थी शादी
पुलिस के मुताबिक, किरण लोखंडे ने 3 महीने पहले ही बुलढाणा जिले की मनीषा से शादी की थी। हालांकि, शादी के बाद मनीषा अपने साथी गणेश के संपर्क में थीं। उन्होंने कथित तौर पर किरण लोखंडे को खत्म करने की योजना बनाई। 30 अगस्त को मनीषा ने गणेश की मदद से कथित तौर पर अपने पति को रॉड से मारा और गला घोंटकर उसकी निर्मम हत्या कर दी।
जांच अधिकारी एसएन वडाते ने कहा कि मनीषा और गणेश ने लोखंडे को खत्म करने की साजिश को कथित तौर पर अंजाम दिया था। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद, आरोपी पुणे भी गए, जहां उन्होंने एक दिन बिताया और बाद में जालना लौट आए और किरण लोखंडे की मौत झूठी कहानी गढ़ी। पुलिस ने आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
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