• होम
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन के लिए करें संपर्क
  • कैसे करें संपर्क?
Voice For Men
Advertisement
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English
No Result
View All Result
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English
No Result
View All Result
Voice For Men
No Result
View All Result
Home हिंदी कानून क्या कहता है

शादीशुदा शख्स वयस्क लड़की संग भागा, गुजरात HC का आदेश- ढूंढने में पुलिस का जो खर्च आया, उसका आधा पैसा आरोपी को भरना होगा

Team VFMI by Team VFMI
April 24, 2022
in कानून क्या कहता है, हिंदी
0
mensdayout.com

Gujarat High Court Orders Married Man To Pay Half Cost Spent By Police To trace him

30
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterWhatsappTelegramLinkedin

गुजरात हाई कोर्ट (Gujarat high court) ने हाल ही में एक विवाहित पुरुष को एक महिला का पता लगाने के लिए राज्य सरकार द्वारा खर्च की गई राशि का आधा भुगतान करने का आदेश दिया है, जिसके साथ वह सात महीने पहले भाग गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, महिला और पुरुष दोनों वयस्क हैं।

क्या है पूरा मामला?

राघभाई परमार राजकोट शहर की एक 20 वर्षीय महिला के साथ भाग गया था। परमार कथित तौर पर मई 2021 में महिला के साथ लापता हो गए थे। बेटी का पता नहीं चल पाने के कारण पिता ने मदद के लिए गुजरात हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। पुलिस ने तब एक तलाशी अभियान शुरू किया, जो सात महीने तक चला जब तक कि महिला का पता नहीं चल गया। करीब सात महीने की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस उनका पता लगाने में कामयाब हो पाई। जांच के दौरान कोर्ट को पता चला कि परमार की पहले से ही किसी और से शादी हो चुकी है।

गुजरात हाई कोर्ट का अभूतपूर्व आदेश

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एक अभूतपूर्व आदेश में हाई कोर्ट ने अब परमार से महिला का पता लगाने और उसे वापस लाने के लिए खर्च की गई राशि की वसूली का आदेश दिया है। राजकोट पुलिस ने हाई कोर्ट को सूचित किया कि सात महीने की लंबी तलाश के दौरान पुलिस के 17,170 घंटे  बर्बाद हुए। इसके बाद 19 दिनों तक पूछताछ की गई। उन्होंने कुल खर्च की गई राशि 42,500 रुपये बताया।

इसके अलावा, अदालत के समक्ष पेश होने का खर्च लगभग 75,000 रुपये था। इस प्रकार, वयस्क महिला को उसके परिवार को वापस सौंपने के दौरान पुलिस के करीब 1,17,500 रुपये खर्च हुए। महिला के पिता ने अदालत को बताया कि उसने अपनी बेटी का पता लगाने के लिए व्यक्तिगत रूप से 8.06 लाख रुपये खर्च किए थे।

वसूली आदेश महिला के साथ भाग जाने और विवाहित होने के बावजूद उसका शोषण करने की सजा भी थी। हाई कोर्ट ने पिता को उचित अदालत का दरवाजा खटखटाकर नुकसान का दावा करने की अनुमति दी। जज ने कहा कि वे पुलिस द्वारा किए गए खर्च से चिंतित हैं।

पुलिस ने जब परमार को कोर्ट के सामने पेश किया तो हाई कोर्ट ने फैसला देते हुए परमार को 55,000 रुपये की राशि कोर्ट में जमा करने के लिए कहा। कोर्ट ने कहा कि हम याचिकाकर्ता द्वारा पूरी राशि का भुगतान करने का निर्देश दे सकते थे, लेकिन हम उक्त राशि का 50% ही देने का आदेश उचित समझते हैं।

परमार को हाई कोर्ट की रजिस्ट्री में राशि जमा कराने का आदेश दिया गया है। यदि वह भुगतान करने में विफल रहता है, तो रजिस्ट्री (न्यायिक) इसे अदालत के संज्ञान में लाएगी और यह अदालत की अवमानना की कार्यवाही परमार शुरू कर सकती है। एक बार परमार द्वारा पैसे का भुगतान करने के बाद, अदालत ने इसे पुलिस कल्याण कोष, राजकोट सिटी में जमा करने का आदेश दिया है।

ये भी पढ़ें:

मां के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर से बच्चे कैसे असुरक्षित? गुजरात हाई कोर्ट ने पिता को कस्टडी देने से किया इनकार

मैरिटल रेप पर जारी घमासान के बीच गुजरात HC पहुंचा मामला, पढ़िए विवादास्पद प्रावधान को चुनौती देने वाली मेन्स राइट्स NGO की याचिका पर HC ने क्या कहा?

ARTICLE IN ENGLISH:

Married Man Who Eloped With Adult Woman Ordered To Pay Half Cost Of Police Money Spent To Trace Them

वौइस् फॉर मेंस के लिए दान करें!

पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।

इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।

योगदान करें! (80G योग्य)

हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.

सोशल मीडियां

Tags: गुजरात हाई कोर्टसोशल मीडिया चर्चा
Team VFMI

Team VFMI

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

योगदान करें! (80G योग्य)
  • Trending
  • Comments
  • Latest
mensdayout.com

पत्नी को 3,000 रुपए भरण-पोषण न देने पर पति को 11 महीने की सजा, बीमार शख्स की जेल में मौत

February 24, 2022
hindi.mensdayout.com

छोटी बहन ने लगाया था रेप का झूठा आरोप, 2 साल जेल में रहकर 24 वर्षीय युवक POCSO से बरी

January 1, 2022
hindi.mensdayout.com

Marital Rape Law: मैरिटल रेप कानून का शुरू हो चुका है दुरुपयोग

January 24, 2022
hindi.mensdayout.com

राजस्थान की अदालत ने पुलिस को दुल्हन के पिता पर ‘दहेज देने’ के आरोप में केस दर्ज करने का दिया आदेश

January 25, 2022
hindi.mensdayout.com

Swiggy ने महिला डिलीवरी पार्टनर्स को महीने में दो दिन पेड पीरियड लीव देने का किया ऐलान, क्या इससे भेदभाव घटेगा या बढ़ेगा?

1
voiceformenindia.com

Section 125 CrPC: क्या है सीआरपीसी की धारा 125, जिसका भरण पोषण मामले में किया जाता है इस्तेमाल?

0
hindi.mensdayout.com

Maharashtra Shakti Bill: अब महाराष्ट्र में यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत दर्ज करने वालों को होगी 3 साल तक की जेल और 1 लाख रुपये का जुर्माना

0
https://hindi.voiceformenindia.com/

पंजाब और हरियाणा HC ने 12 साल से पत्नी से अलग रह रहे पति की याचिका को किया खारिज, कहा- ‘तुच्छ आरोप तलाक का आधार नहीं हो सकते’, जानें क्या है पूरा मामला

0
voiceformenindia.com

Section 125 CrPC: क्या है सीआरपीसी की धारा 125, जिसका भरण पोषण मामले में किया जाता है इस्तेमाल?

October 2, 2023
voiceformenindia.com

दिल्ली HC ने समझौते के बाद रद्द किय POCSO मामला, आरोपी के पिता को 10 सरकारी स्कूल के टीचरों के लिए फ्री हेल्थ चेकअप शिविर लगाने के दिए निर्देश

October 2, 2023
voiceformenindia.com

Bengaluru: ‘आंटी’ कहने पर भड़क गई महिला, ATM गार्ड को चप्पलों से पीटा

October 2, 2023
voiceformenindia.com

Promotion of Women Officers: सुप्रीम कोर्ट ने कहा- ‘अदालतें भारतीय सेना को संचालित नहीं कर सकतीं, वह मामलों को नहीं चला सकता’

October 2, 2023

सोशल मीडिया

नवीनतम समाचार

voiceformenindia.com

Section 125 CrPC: क्या है सीआरपीसी की धारा 125, जिसका भरण पोषण मामले में किया जाता है इस्तेमाल?

October 2, 2023
voiceformenindia.com

दिल्ली HC ने समझौते के बाद रद्द किय POCSO मामला, आरोपी के पिता को 10 सरकारी स्कूल के टीचरों के लिए फ्री हेल्थ चेकअप शिविर लगाने के दिए निर्देश

October 2, 2023
voiceformenindia.com

Bengaluru: ‘आंटी’ कहने पर भड़क गई महिला, ATM गार्ड को चप्पलों से पीटा

October 2, 2023
voiceformenindia.com

Promotion of Women Officers: सुप्रीम कोर्ट ने कहा- ‘अदालतें भारतीय सेना को संचालित नहीं कर सकतीं, वह मामलों को नहीं चला सकता’

October 2, 2023
वौइस् फॉर मेंन

VFMI ने पुरुषों के अधिकार और लिंग पक्षपाती कानूनों के बारे में लेख प्रकाशित किए.

सोशल मीडिया

केटेगरी

  • कानून क्या कहता है
  • ताजा खबरें
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • हिंदी

ताजा खबरें

voiceformenindia.com

Section 125 CrPC: क्या है सीआरपीसी की धारा 125, जिसका भरण पोषण मामले में किया जाता है इस्तेमाल?

October 2, 2023
voiceformenindia.com

दिल्ली HC ने समझौते के बाद रद्द किय POCSO मामला, आरोपी के पिता को 10 सरकारी स्कूल के टीचरों के लिए फ्री हेल्थ चेकअप शिविर लगाने के दिए निर्देश

October 2, 2023
  • होम
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन के लिए करें संपर्क
  • कैसे करें संपर्क?

© 2019 Voice For Men India

No Result
View All Result
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English

© 2019 Voice For Men India